दिल्लीवाले हो जाए सावधान! अगर इस मामले में हुई लापरवाही तो देना पड़ सकता है भारी जुर्माना

बदलते मौसम के कारण दिल्ली में डेंगू, चिकनगुनिया और अन्य मच्छर जनित बीमारियों का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है। जिस पर रोकथाम के लिए दिल्ली नगर निगम ने पूरे शहर में मच्छर जनित बीमारियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। एमसीडी द्वारा मच्छर जनित बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए कई उपया भी किए जा रहे हैं।
बता दें क जगह-जगह पर लार्वा की जांच कर दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ लापरवाही बरतने और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नोटिस जारी करने के अलावा चालान और जुर्माना भी किया जा रहा है। वहीं एमसीडी अधिकारी का कहना है कि इस साल में अब तक मच्छरों का पता लगाने के लिए घरों में 1,80,19,250 दौरे किए गए। 43,650 घरों में मच्छरों का लार्वा पाया गया है। 2,18,415 घरों में एमसीडी ने कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया। इसके अलावा नालियो, जल निकयों, नर्माण स्थलों, पार्कों, नर्सरी, अस्पतालों और सरकारी कार्यकायों आदि जैसे संवेदनशील संस्थानों के क्षेत्रों में मच्छरों को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाए गए है।
2580 लोगों को भरना पड़ा जुर्माना
वहीं डीएमसी अधिनियम के मलेरिया उपनियमों के मुताबिक, एमसीडी ने मच्छरों के प्रजनन की रोकथाम के लिए कानूनी कार्रवाई भी की है। इसके तहत अब तक 39,862 कानूनी नोटिस जारी किए हैं। जबकि 9,479 चालान किए और 2580 उल्लंघनकर्ताओं पर 6,86,105 रुपये का जुर्माना लगाया है।
डेंगू मच्छरों से ऐसे बचे
मच्छरों के काटने से बचें: डेंगू बुखार मच्छरों के काटने से फैलता है। इसलिए, सुरक्षा स्तर बढ़ाने के लिए आपको मच्छरों से बचना चाहिए। जहां भी संभव हो, मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छर नेट, मच्छर रिपेलेंट और डोने पहनने का प्रयास करें।
स्थानीय प्रशासन से सहयोग: अपने नजदीकी स्वास्थ्य प्रशासन से बात करें ताकि वे आपके इलाके में मच्छरों के प्रबंधन और नियंत्रण के लिए कार्यशालाओं का आयोजन कर सकें।
संगठन का समर्थन करें: अपने स्थानीय समुदाय में डेंगू पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सामुदायिक संगठनों और सरकारी संगठनों का समर्थन करें।
स्वच्छता का ध्यान रखें: अपने आस-पास के इलाके को स्वच्छ रखें ताकि पानी जमने का कोई माध्यम न बने। खासकर, पुराने बर्तन, बर्तन और पुरानी बोतलें और पानी भरे टंकियों को बर्बाद कर दें।