Uttar Pradesh: सीएम योगी आदित्यनाथ ने पांच कालिदास मार्ग पर आधुनिकतम PRV को हरी झंडी दिखाकर 112 यूपी के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने पुलिस ट्रैफिककर्मियों को एसी हेलमेट का वितरण भी किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि- पुलिस को मॉर्डन होने के साथ मोबाइल होना भी जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्मार्ट पुलिस की अवधारणा के सूत्र का पुलिस को पूरी तरह से पालन करना चाहिए। पुलिस सख्त के साथ संवेदनशील हो, अलर्ट के साथ अकाउंटेबल हो। सुशासन की पहली शर्त है कानून का राज। सुरक्षा व संरक्षा का बेहतर वातावरण देना राज्य का दायित्व है और इसका निर्वाहन पुलिस करती है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के जरिए पुलिस विभाग में हो रहे बदलाव के प्रति भी अवगत कराते हुए कहा कि- ये कार्यक्रम स्मार्ट पुलिसिंग की सात वर्ष की प्रक्रिया को नई ऊंचाई की ओर पहुंचाने का अभियान है। सीएम ने यूपी-112 में हुए बदलाव के बारे में बात करते हुए कहा कि- कोरोना काल में लॉकडाउन के समय यूपी पुलिस का PRV-112 सुर्खियां बना था। लोगों ने पुलिस बल के सेवा भाव को देखा था, जिन गली-मोहल्लों में फोर व्हीलर नहीं जा सकती, वहां टू व्हीलर की सुविधा पहुंची। अगले तीन वर्ष का बड़ा कार्यक्रम शासन ने तय किया है। PRV फ्लीट में 6278 फोर और टू व्हीलर उपलब्ध कराए जाएंगे। इस वर्ष 1778 फोर और टू व्हीलर को फ्लीट का हिस्सा बनेंगे।
यूपी-112 द्वितीय चरण के अंतर्गत उच्चीकृत पीआरवी के फ्लैग ऑफ एवं पुलिस कर्मियों को वातानुकूलित हेलमेट वितरण हेतु आज लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ।
पिछले 7 वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस ने देश के अंदर न केवल अपनी नई पहचान बनाई है, बल्कि राज्य को भी एक नई पहचान दिलाने… pic.twitter.com/SFqn3pDByN
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 27, 2024
इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नीरा रावत और अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार समेत कई प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे।
कानपुर ट्रैफिक पुलिस की ओर से कर्मचारी कल्याण के लिए एसी हेलमेट प्रदान करने की अभिनव पहल की गई है। इसका निर्माण हैदराबाद की कंपनी ने किया है। कानपुर मेट्रो में काम कर रही एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर ने कानपुर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए सीएसआर गतिविधि के माध्यम से सहयोग दिया है।