खड़गे ने मोदी को चिट्ठी लिखकर वक्त मांगा: कहा- आपको न्याय पत्र समझाना चाहता हूं, ताकि PM के रूप में आप गलत बयान न दें

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर कांग्रेस के न्याय पत्र को समझाने का समय मांगा है। दो पेज के इस पत्र में उन्होंने लिखा कि पीएम ने हालिया भाषणों में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, उससे वे बिल्कुल हैरान या अचंभित नहीं हैं।
खड़गे ने कहा कि आपके सलाहकार आपको उन चीजों के बारे में गलत जानकरी दे रहे हैं, जो हमारे न्याय पत्र में हैं भी नहीं। इसलिए मुझे आपसे व्यक्तिगत तौर पर मिलकर आपको अपना मेनिफेस्टो समझाने में खुशी मिलेगी। ताकि आप देश के प्रधानमंत्री के तौर पर ऐसे बयान न दें जो गलत हैं।
दो दिन पहले भी खड़गे ने पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा था। उन्होंने कहा, ‘पीएम हमारे मैनिफेस्टो को सही से समझ नहीं पाए हैं। उनसे मिलकर उन्हें मैनिफेस्टो समझाना है।’ कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ चुनाव आयोग में 17 शिकायतें भी कीं।
खड़गे के पत्र की बातें सिलसिलेवार…
1. इस बात की उम्मीद थी कि पहले फेज की वोटिंग में भाजपा का खराब प्रदर्शन देखकर आप और आपकी पार्टी के नेता इसी तरह की भाषा में बात करेंगे। कांग्रेस गरीबों और उनके न्याय की बात करती आई है। हमें पता है कि आप और आपकी सरकार को गरीब और वंचितों की कोई परवाह नहीं है।
2. आपकी सूट-बूट की सरकार कॉर्पोरेट के लिए काम करती है, जिसके टैक्स आपने कम कर दिए हैं, जबकि सैलरी क्लास को ज्यादा टैक्स देना पड़ रहा है। गरीब को खाने और नमक पर भी ज्यादा GST देना पड़ रहा है, जबकि अमीर कॉर्पोरेट GST रिफंड क्लेम कर रहा है। इसलिए जब हम गरीब और अमीर के बीच बराबरी की बात करते हैं, तो आप उसे जानबूझकर हिंदू और मुस्लिम पर ले जाते हैं।
3. हमारा मेनिफेस्टो देश के लोगों के लिए हैं, चाहे वे हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईासई, जैन या बौद्ध हों। मुझे लगता है कि आप अब तक आजादी के पहले के अपने साथियों- मुस्लिम लीग और अंग्रेजों को नहीं भूले हैं। कांग्रेस ने हमेशा गरीबों को सशक्त करने के लिए काम किया है और मोदी सरकार ने नोटबंदी के जरिए गरीबों का पैसा लूटने का काम किया है।
4. आपकी सरकार ने गरीबों का जमा कराया हुआ पैसा अमीरों को लोन के तौर पर ट्रांसफर करने के लिए नोटबंदी को व्यवस्थित लूट और कानूनी डकैती के रूप में इस्तेमाल किया। 2014 से अब तक आपकी सरकार ने लाखों करोड़ों के कॉर्पोरेट लोन माफ किए हैं, वही गरीब से अमीर को किया गया संपत्ति का ट्रांसफर है। आपने किसी किसान का लोन, कारीगर का लोन, MSME का लोन या स्टूडेंट का लोन माफ नहीं किया।
5. भाजपा सरकार ने लगातार गरीबों और पिछड़े वर्ग की महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों से मुंह फेरा है। आज आप मंगलसूत्र की बात करते हैं। क्या आपकी सरकार मणिपुर की महिलाओं, दलित लड़कियों पर हुए अत्याचार और बलात्कारियों को माला पहनाने के लिए जिम्मेदार नहीं है? जब आपकी सरकार में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, तो आप उनके बीवी-बच्चों को कैसे सुरक्षा दे रहे हैं? मेरी आपसे रिक्वेस्ट है कि आप उस नारी न्याय के बारे में पढ़ें, जिसे हम अपनी सरकार बनने पर अमल में लाएंगे।
6. ये आपकी आदत बन गई है कि आप पूरी बात में से कुछ शब्द उठाकर उसे गलत तरीके से पेश करते हैं और उससे सांप्रदायिक बंटवारा करते हैं। आप ऐसी बातें करके प्रधानमंत्री पद की गरिमा कम कर रहे हैं। जब ये सब खत्म हो जाएगा, तो लोग याद रखेंगे कि देश के प्रधानमंत्री ने एक चुनाव में हार के डर से इतनी अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
बांसवाड़ा में पीएम ने कहा था- कांग्रेस आपका सोना-चांदी हड़पना चाहती है
राजस्थान के बांसवाड़ा में 21 अप्रैल को पीएम मोदी ने कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हरेक की प्रॉपर्टी का सर्वे किया जाएगा। हमारी बहनों के पास सोना कितना है, इसकी जांच की जाएंगी। चांदी का हिसाब लगाया जाएगा।
मेरी माताओं-बहनों की जिंदगी में सोना सिर्फ शो करने के लिए नहीं होता है। उसके स्वाभिमान से जुड़ा हुआ है। उसका मंगलसूत्र सोने की कीमत का मुद्दा नहीं है, उसके जीवन के सपनों से जुड़ा है, उसे छीनने की बात कर रहे हो अपने घोषणा-पत्र में।
पहले जब उनकी सरकार थी, तब उन्होंने कहा था देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठी करके किसको बांटेंगे, जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा।